Teaching Method Objective Question: शिक्षण विधियों की इस पोस्ट में शिक्षण विधि वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का संग्रह दिया गया है जो सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहद ही उपयोगी एवं महत्वपूर्ण है
[1] निम्नलिखित में से भाषा प्रयोगशाला का अनुभाग नहीं है –
(1) परामर्शदाता प्रकोष्ठ
(2) श्रवण प्रकोष्ठ
(3) नियंत्रण कक्ष
(4) दूरदर्शन प्रकोष्ठ✓
[2] ‘ आगमन उपागम’ या ‘आगमन प्रतिमान’ के प्रतिपादक हैं –
(1) अरस्तु
(2) पतंजलि
(3) हिल्दा तबा✓
(4) उक्त सभी
[3] किस विधि में भाषा व्यवहार पुष्टि के लिए पखवाड़े तक कार्यगोष्ठी की जा सकती है –
(1) पाठशाला पद्धति
(2) सूक्ष्म शिक्षण विधि
(3) दल शिक्षण विधि
(4) दूरस्थ शिक्षण विधि✓
[4] सूक्ष्म शिक्षण के संचालन में प्रयुक्त होने वाला शिक्षण सूत्र है –
(1) पूर्ण से अंश की ओर
(2) अंश से पूर्ण की ओर✓
(3) सरल से कठिन की ओर
(4) कठिन से सरल की ओर
[5] भारतीय प्रतिमान के अनुसार सूक्ष्म शिक्षण विन्यास के लिए कुल कितने समय का आवंटन किया जाता है –
(1) 30 मिनट
(2) 48 मिनट
(3) 36 मिनट✓
(4) 45 मिनट
[6] अमेरिकन प्रतिमान के अनुसार सूक्ष्म शिक्षण विन्यास के लिए कुल कितने समय का आवंटन किया जाता है –
(1) 30 मिनट
(2) 36 मिनट
(3) 40 मिनट
(4) 45 मिनट✓
[7] भारतीय प्रतिमान के अनुसार सूक्ष्म शिक्षण में ‘पुनर्नियोजन’ के लिए निर्धारित समय है –
(1) 05 से 10 मिनट
(2) 12 मिनट✓
(3) 15 मिनट
(4) 10 से 15 मिनट
[8] 1969 ई. में ‘डी. एलेन’ एवं ‘रियान’ के द्वारा सूक्ष्म शिक्षण के कुल कितने सिद्धांत प्रतिपादित किए थे –
(1) तीन
(2) चार
(3) पाँच✓
(4) छह
[9] सूक्ष्म शिक्षण की अवधारणा / रूपरेखा प्रस्तुत करने वाले विद्वान है –
(1) डी. डब्ल्यू. एलेन
(2) रॉबर्ट एन. ब्रुश
(3) कीथ एचीसन✓
(4)डी. डी. तिवारी
[10] ‘व्याकरण अनुवाद विधि’ के अंतर्गत निम्न में से कौन से दो कौशलों का विकास होता है –
(1) श्रवण व भाषण
(2) पठन व लेखन✓
(3) भाषण व पठन
(4) श्रवण व पठन
[11] भाषा शिक्षण की ‘निर्बाध – विधि’ है –
(1) प्रत्यक्ष विधि✓
(2) व्याकरण अनुवाद विधि
(3) अभिक्रमित अनुदेशन
(4) द्विभाषी पद्धति
[12] मुम्बई (महाराष्ट्र) क्षेत्र में प्रत्यक्ष विधि का प्रसार करने वाले विद्वान है –
(1) येट्स
(2) टिपिंग
(3) फ्रेजर✓
(4) उक्त सभी
[13] वेल्स देशीय विद्वान ‘सी. जे. डोडसन’ महोदय द्वारा प्रतिपादित शिक्षण विधि है –
(1) प्रत्यक्ष विधि
(2) व्याकरण अनुवाद विधि
(3) द्विभाषी पद्धति✓
(4) अभिक्रमित अनुदेशन पद्धति
[14] प्रत्यक्ष विधि में –
(1) अनुवाद का सहारा लिया जाता है
(2) चित्र एवं शैक्षणिक सामग्री का प्रयोग नहीं किया जाता हैं
(3) व्याकरण के नियम पर बल दिया जाता है
(4) बालक अनुकरण द्वारा दूसरी भाषा सीखता है✓
[15] प्रत्यक्ष विधि में जिन आधारभूत कौशल लोगों को सीखने का पर्याप्त अवसर मिलता है, वह है –
(1) सुनना और बोलना✓
(2) सुनना और लिखना
(3) पढ़ना और लिखना
(4) बोलना और लिखना
[16] कस्यां पद्धतौ शिक्षणं सर्वं मौखिकमासीत् –
(1) प्रत्यक्षपद्धतौ
(2) पाठ्यपुस्तकपद्धतौ
(3) परम्परागतपद्धतौ✓
(4) भण्डारकरपद्धतौ
[17] भारत में अभिक्रमित अनुदेशन विधि सर्वप्रथम कहां पर शुरू की गई थी –
(1) इलाहाबाद✓
(2) हैदराबाद
(3) प्रयाग
(4) नसीराबाद
[18] व्याकरण-अनुवादविधे: अपरं नाम अस्ति –
(1) प्रत्यक्षविधि:
(2) भण्डारकरविधि:✓
(3) ध्वन्यात्मकविधि:
(4) सैनिकविधि:
[19] संस्कृतभाषा शिक्षणे अयं विधि: उत्तम: –
(1) प्रायोजनाविधि:
(2) व्याकरणानुवादविधि:
(3) अव्याकृतिविधि:
(4) प्रत्यक्षविधि:✓
[20] हरबर्ट स्पेंसर के ” क्रिया प्रसूत अनुबंधन सिद्धांत” पर आधारित शिक्षण विधि मानी जाती है –
(1) सूक्ष्म शिक्षण विधि
(2) रेखीयअभिक्रमित अनुदेशन
(3) उक्त दोनों✓
(4) उक्त दोनों ही नहीं
[21] सूक्ष्म शिक्षण की तीन अवस्थाएं मानी जाती है, निम्न में से कौन सी एक इन तीन में शामिल नहीं है –
(1) अवबोध✓
(2) ज्ञानार्जन
(3) कौशलार्जन
(4) अन्तरण
[22] दूरस्थ शिक्षा हेतु दिल्ली में इग्नू की स्थापना कब हुई थी –
(1) 1980 ई.
(2) 1982 ई.
(3) 1985 ई.✓
(4) 1987 ई.
[23] किस विधि में शिक्षा का आरंभ उपनयन संस्कार के साथ होता है –
(1) दल शिक्षण विधि
(2) दूरस्थ शिक्षण पद्धति
(3) पाठशाला पद्धति✓
(4) अभिक्रमित अनुदेशन पद्धति
[24] रेखीय अभिक्रमित अनुदेशन में पदों को प्रकृति के आधार पर कितने भागों में बांटा जा सकता है –
(1) 06
(2) 03
(3) 05
(4) 04✓
[25] भारत में भाषा प्रयोगशाला का निर्माण सर्वप्रथम दिल्ली विश्वविद्यालय में हुआ था, कब –
(1) 1953 ई.
(2) 1963 ई.
(3) 1973 ई.✓
(4) 1983 ई.
[26] पठन संबंधी दोषो,कारणों एवं उसके उपचारों का अध्ययन करने वाले विद्वान है –
(1) जुड
(2) एडगर डेल
(3) मैंजिल✓
(4) जॉन कॉटन डेगा
[27] ‘ स्कूल में भाषा’ पुस्तक के लेखक हैं –
(1) ल्यूइस✓
(2) बेकन
(3) जुड
(4) युंग
[28] अर्थग्रहणकौशलस्य विकासाय सर्वाधिकोपयोगी अस्ति –
(1) व्याकरणशिक्षा
(2) मौनवाचनम्✓
(3) सस्वरवाचम्
(4) समाचारवाचनम्
[29] ‘भविष्यकथनम्’ इति उपकौशलं केनसम्बद्धम –
(1) रूपरेखानिर्माणेन
(2) सारांशलेखनेन
(3)टिप्पणलेखनेन
(4) वाचनेन✓
[30] हिंदी भाषा की कक्षा में –
(1) सभी बच्चे समान रूप से हिंदी सीखते हैं
(2) सभी बच्चे समान रूप से हिंदी बोलते हैं
(3) सभी बच्चे एक ही भाषा के होते हैं
(4) सभी बच्चे एक ही भाषा के नहीं होते हैं✓
[31] “एजुकेशस ऑफ् मैन” पुस्तक के लेखक हैं-
(1) फ्रोबेल✓
(2) वाटसन
(3) मॉरिसन
(4) मॉण्टेसरी
[32] खेल विधि प्रचलित करने का श्रेय है-
(1) रायबर्न को
(2) हैनरी काल्डवेल कुक को✓
(3) मॉरिसन को
(4) थॉमस एम. रिस्क को
[33] किस शिक्षाशास्त्री के अनुसार स्कूल एक बाग है, अध्यापक एक माली है और बच्चे पौधे के समान है-
(1) मॉण्टेसरी
(2) काल्डवेल कुक
(3) मॉरिसन
(4) फ्रोबेल✓
[34] “प्ले वे” पुस्तक के लेखक है-
(1) रायबर्न
(2) हैनरी काल्डवेल कुक✓
(3) उक्त दोनो
(4) दोनो ही नही
[35] “प्ले वे सजेसंस” पुस्तक के लेखक हैं-
(1) रायबर्न✓
(2) हैनरी काल्डवेल कुक
(3) उक्त दोनाे
(4) दोनो ही नही
[36] किंडरगार्टन प्रणाली का प्रतिपादन किस वर्ष में हुआ-
(1) 1937
(2) 1913
(3) 1837✓
(4) 1925
[37] किस शिक्षण विधि को पत्राचार शिक्षण पद्धति भी कहा जाता है-
(1) पाठशाला पद्धति
(2) आगमन उपागम पद्धति
(3) दूरस्थ शिक्षण पद्धति✓
(4) व्यतिरेकी विधि
[38] दल शिक्षण विधि के प्रमुख सोपान कितने होते हैं-
(1) दो
(2) तीन✓
(3) चार
(4) पाँच
[39] अनुकूल ये अभिक्रमित अनुदेशन के प्रतिपादक है-
(1) गार्डन पास्क✓
(2) एलेन
(3) ब्रुश
(4) पिटमैन
[40] “सूक्ष्म शिक्षण कक्षा के आकार, पाठ की विषयवस्तु, समय तथा शिक्षण की जटिलता को कम करने वाली संक्षिप्तीकृत कक्षा शिक्षण विधि है।” यह परिभाषा किसने दी है-
(1) राबर्ट एन. ब्रुश
(2) डी. एलेन✓
(3) बी. एम. शोर
(4) हिल्दा तबा
[41] “द्विभाषी पद्धति” के प्रवर्तक है-
(1) स्किनर
(2) एल. प्रेसी
(3) बी.पी. बॉकिल
(4) सी. जे. डोडसन✓
[42] “शिक्षकों द्वारा बालकों को अपने स्वतंत्र व्यक्तित्व के विकास का अवसर प्रदान करना चाहिए शिक्षा का कार्य प्रतिबंध नहीं वरन पथ प्रदर्शन है शिक्षा द्वारा वाला के देवीय गुणों में किसी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।” यह परिभाषा है –
(1) रायबर्न
(2) मॉरिसन
(3) कुक
(4) फ्रोबेल✓
[43] ‘भविष्यकथनम्’ इति उपकौशलं केन सम्बद्धम-
(1) रूपरेखानिर्माणेन
(2) सारांशलेखनेन
(3) टिप्पणलेखनेन
(4) वाचनेन✓
[44] ध्वनि-संज्ञानेन अर्थावबोधन-प्रक्रिया केन कौशलेन सम्बद्धा-
(1) पठनेन
(2) लेखनेन
(3) भाषणेन
(4) श्रवणेन✓
[45] ‘प्रत्यक्ष विधि’ का प्रादुर्भाव सर्वप्रथम किस देश में हुआ-
(1) भारत
(2) फ्रांस✓
(3) जापान
(4) अमेरिका
[46] ‘ नॉर्मन ए क्राउडर’ द्वारा प्रतिपादित अनुदेशन है-
(1) रेखीय
(3) शाखीय✓
(3) अवरोही
(4) अनुकूलीय
[47] द्विभाषा पद्धति में-
(1) मातृभाषा का तनिक भी प्रयोग नहीं किया जाता है
(2) मातृभाषा का बहुत अधिक प्रयोग किया जाता है
(3) कठिन शब्दों का अर्थ बताने के लिए मातृभाषा प्रयुक्त होती है✓
(4) अभ्यास के लिए मातृभाषा प्रयुक्त होती है
[48] “पाठ को सफल शिक्षण का आधार शिक्षक के प्रश्न करने की कौशल दक्षता है।” उक्त कथन के प्रतिपादक है-
(1) रायबर्न
(2) बोसिंग
(3) रैमण्ड✓
(4) पार्कर
[49] निम्न में से असुमेलित शिक्षण कौशल है-
(1) प्रस्तावना कौशल
(2) पाठोपस्थापना कौशल
(3) विन्यास प्रेरणा कौशल
(4) प्रदर्शन कौशल✓
[50] ‘ध्वन्यात्मक विधि’ का संबंध है-
(1) रचना शिक्षण से
(2) वाचन शिक्षण से✓
(3) लेखन शिक्षण से
(4) कविता शिक्षण से
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