Psychology In Hindi PDF | Psychology in Hindi
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Psychology in Hindi : शिक्षा मनोविज्ञान की इस पोस्ट में शिक्षा मनोविज्ञान नोट्स के हस्तलिखित नोट्स की एक महत्वपूर्ण पीडीएफ़ फाइल उपलब्ध करवा रहे है। आप इन नोट्स की पीडीएफ बिलकुल फ्री में डाउनलोड कर सकते है इन नोट्स को डाउनलोड करने के लिए आप नीचे दिए हुए Download Link पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते है। यह शिक्षा मनोविज्ञान के नोट्स दीपक सिंह राजपूत (ललितपुर, उत्तर प्रदेश) द्वारा बहुत ही शानदार तरीके से तैयार किए गए है सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे – CTET, 1st Grade, 2nd Grade, REET, RTET, UPTET, HTET, KVS, NVS एवं अन्य सभी परीक्षाओं के लिए बेहद उपयोगी एवं महत्वपूर्ण है
Psychology In Hindi PDF
मनोविज्ञान का अर्थ
◆ शिक्षा शब्द संस्कृत की शिक्ष धातु में ‘अ’ प्रत्यय लगने से बना है। शिक्षा शब्द का शाब्दिक अर्थ सीखना या सिखाने की प्रक्रिया से लिया जाता है।
◆ शिक्षा Education लेटिन भाषा के ‘Educatum’ से बना है जिसमें E का अर्थ – अंदर से तथा duco का अर्थ – बाहर निकालना होता है। अर्थात बालक की अंतर्निहित योग्यताओं को बाहर निकालकर उसके व्यवहार में परिवर्तन लाना है।
◆ शिक्षा में मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण का सूत्रपात रूसो ने किया था।
◆ थॉर्नडाइक को प्रथम शैक्षिक मनोवैज्ञानिक माना जाता है।
मनोविज्ञान का विकास क्रम
- आत्मा का विज्ञान – अरस्तू
- मन/मस्तिष्क का विज्ञान – पाम्पोलॉजी
- चेतना का विज्ञान – विलियम वूण्ट
- व्यवहार का विज्ञान – J.B. वाटसन
आत्मा का विज्ञान
◆ समर्थक – अरस्तू, प्लेटो, डेकार्टे, रुडोल्फ, गोइकल
◆ शताब्दियों पूर्व मनोविज्ञान को दर्शनशास्त्र की एक शाखा के रूप में माना जाता था।
◆ आत्मा शब्द को आधार मानकर 16 वीं शताब्दी में सर्वप्रथम (अरस्तू, प्लेटो, डेकार्टे) के द्वारा मनोविज्ञान को आत्मा का विज्ञान माना।
◆ मनोविज्ञान की जननी दर्शनशास्त्र को माना जाता है।
◆ रुडोल्फ ने मनोविज्ञान शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग किया।
◆ इस विचारधारा के अनुसार समस्त व्यवहार तथा क्रिया का नियंत्रण आत्मा करती है।
◆ 1600 ई. में आत्मा के विज्ञान को अस्वीकार कर दिया गया।
मन/मस्तिष्क का विज्ञान
◆ समर्थक – पाम्पोलॉजी, जॉन लॉक, थॉमसरीड
◆ मनोविज्ञान की भाषा में मन का अर्थ मस्तिष्क या मस्तिष्क का अर्थ मन से लगाया जाता है।
◆ इस विचारधारा के अनुसार जीव के समस्त व्यवहार तथा क्रियाओं का नियंत्रण मन या मस्तिष्क करता है।
◆ 1700 ई. में इस परिभाषा को अस्वीकार कर दिया गया। इसमें वहीं कमियाँ थी जो अरस्तू के आत्मा के विज्ञान में थी।
चेतना का विज्ञान
◆ समर्थक – विलियम वूण्ट, विलियम जेम्स, जेम्स सली, वाईवस।
◆ इस विचारधारा के अनुसार मनुष्य की चेतना अवस्था मनुष्य की समस्त क्रिया व व्यवहार को नियंत्रित करती है।
◆ विलियम वूण्ट ने 1879 में जर्मनी के लिपजिंग नामक स्थान पर मनोविज्ञान की प्रथम प्रयोगशाला स्थापित की जिसका वर्तमान नाम कार्ल मार्क्स विश्वविद्यालय है।
◆ विलियम जेम्स अमेरिका में मनोविज्ञान के जनक माने जाते है।
◆ विलियम वूण्ट को मनोविज्ञान की प्रथम प्रयोगशाला स्थापित करने कारण प्रयोगात्मक मनोविज्ञान का जनक कहा जाता है।
◆ भारत में 1916 में कलकत्ता में सेन गुप्ता द्वारा मनोविज्ञान की प्रथम प्रयोगशाला स्थापित की गई।
◆ 1900 ई. में इस परिभाषा को भी अस्वीकार कर दिया गया।
व्यवहार का विज्ञान
◆ समर्थक – वाटसन, वुडवर्थ, स्किनर, थॉर्नडाइक, पॉवलव, CL हल, मैकड़ुगल
◆ इस विचारधारा के अनुसार मनोविज्ञान मनुष्य के व्यवहार का विज्ञान है।
◆ JB वाटसन को व्यवहार मनोविज्ञान का जनक कहा जाता है।
◆ मैक्डूगल ने सन 1905 में अपनी पुस्तक Out Line of Psychology में व्यवहार शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किया।
◆ 1890 – 1905 ई. तक मनोविज्ञान में कोई कार्य नहीं हुआ, इस कारण इस समय को बंजर काल भी कहते है।
◆ विलियम वुडवर्थ – “मनोविज्ञान ने सर्वप्रथम अपनी आत्मा का त्याग किया, फिर अपने समन को छोड़ा, बाद में अपनी चेतना खोई, अब व्यवहार की विधि को स्वीकार करता है”
मनोविज्ञान की परिभाषा Psychology Definition in Hindi
★ वाटसन – “मनोविज्ञान व्यवहार का शुद्ध, निश्चित, सकारात्मक, धनात्मक विज्ञान है”
★ मैक्डूगल – “मनोविज्ञान आचरण व व्यवहार का विज्ञान है”
★ स्किनर – “मनोविज्ञान व्यवहार व अनुभव का विज्ञान है”
★ क्रो एण्ड क्रो – “मनोविज्ञान मानव व्यवहार और मानव संबंधों का अध्ययन करने वाला विज्ञान है”
★ सिगमंड फ्रायड – “मनोविज्ञान अचेतन मन का अध्ययन करने वाला विज्ञान है”
★ विलियम वुडवर्थ – “जीवन में आभास एवं प्रभाव देने वाली प्रत्येक घटना या क्रिया व्यवहार है”
★ मॉर्गन – “मनोविज्ञान मानव और पशु के व्यवहार का अध्ययन करने वाला विज्ञान है”
★ मन – “आधुनिक मनोविज्ञान का संबंध व्यवहार की वैज्ञानिक खोज है”
★ सेनट्रोक – “मनोविज्ञान व्यवहार एवं मानसिक प्रक्रियाओं का वैज्ञानिक अध्ययन है”
मनोविज्ञान की प्रकृति
◆ मनोविज्ञान है – सकारात्मक, धनात्मक, विधायक, अनुप्रयुक्त।
विधायक – जो कभी समाप्त नहीं होता हो या टूटता न हो। कारणों पर बल
अनुप्रयुक्त – किसी के अनुसार काम आने वाला / भावी जीवन में उपयोगी।
◆ मनोविज्ञान नहीं है – नियामक, अनप्रयुक्त, आदर्शात्मक
नियामक – नियम के अनुसार कार्य करने वाला / जहां व्यवहार होता है वहाँ नियम लागू नहीं होते, इसलिए मनोविज्ञान नियामक नहीं होता।
अनप्रयुक्त – काम नहीं आने वाला अर्थात बेकार।
आदर्शात्मक – नियमों पर चलने वाला या नियमों के आधार पर कार्य करना।
■ मनोविज्ञान में भविष्यवाणी संभव है।
■ मनोविज्ञान में समस्त जीवधारियों (मानव, पशु, पक्षी) के व्यवहार का अध्ययन किया जाता है।
■ वाटसन – “मनोविज्ञान व्यवहार का शुद्ध, निश्चित, सकारात्मक एवं धनात्मक विज्ञान है”।
नोट –
● मनोविज्ञान की उत्पति दर्शनशास्त्र से हुई।
● मनोविज्ञान के जनक – अरस्तू
● आधुनिक मनोविज्ञान के जनक – विलियम जेम्स / वूण्ट
● प्रयोगात्मक मनोविज्ञान के जनक – विलियम वूण्ट
मनोविज्ञान की शाखाएं
मनोविज्ञान की 50 से अधिक शाखाएं है –
- पशु मनोविज्ञान
- व्यक्तित्व मनोविज्ञान
- अपराध मनोविज्ञान
- प्रयोगात्मक मनोविज्ञान
- सामान्य मनोविज्ञान
- मानव मनोविज्ञान
- शिक्षा मनोविज्ञान
- परा मनोविज्ञान
Psychology In Hindi PDF
सम्पूर्ण शिक्षा मनोविज्ञान के नोट्स की पीडीएफ़ फाइल डाउनलोड करने के लिए नीचे पीडीएफ़ फाइल का लिंक उपलब्ध करवाया गया है जहां से पीडीएफ़ फाइल डाउनलोड कर सकते है।
नोट्स पीडीएफ़ विषय सूची
टॉपिक | पेज संख्या |
---|---|
मनोविज्ञान का विकास क्रम | 01 – 10 |
शिक्षा मनोविज्ञान | 12 – 18 |
अधिगम | 19 – 33 |
अधिगम के सिद्धांत | 34 – 63 |
अल्बर्ट बाण्डुरा का सिद्धांत | 64 – 65 |
अधिगम स्थानांतरण | 66 – 71 |
मनोविज्ञान के प्रमुख संप्रदाय | 72 – 84 |
अभिवृद्धि एवं विकास | 85 – 94 |
शैशवावस्था | 95 – 104 |
बाल्यावस्था | 105 – 112 |
किशोरावस्था | 113 – 120 |
जीन प्याजे | 121 – 125 |
जैरोम ब्रूनर | 126 – 130 |
व्यक्तिगत विभिन्नता | 131 – 133 |
व्यक्तित्व | 134 – 136 |
व्यक्तित्व के सिद्धांत | 137 – 140 |
व्यक्तित्व मापन की विधियाँ | 141 – 146 |
आनुवंशिकता एवं वंशानुक्रम | 147 – 149 |
अभिप्रेरणा | 150 – 154 |
अभिप्रेरणा के सिद्धांत | 155 – 161 |
बुद्धि | 162 – 175 |
बुद्धि मापन | 176 – 182 |
संवेगात्मक बुद्धि | 183 – 185 |
सृजनात्मकता | 186 – 190 |
आदत | 195 – 197 |
रुचि | 198 – 201 |
चिंतन | 202 – 206 |
तर्क | 207 – 209 |
समायोजन | 210 – 216 |
अधिगम अक्षमता | 217 – 223 |
सामाजिक वर्ग से ग्रसित बालक | 224 – 225 |
शिक्षण अधिगम प्रक्रिया | 226 – 229 |
विशिष्ठ बालक | 230 – 232 |
मंद बुद्धि बालक | 234 – 237 |
पिछड़े बालक | 238 – 240 |
मूल्यांकन | 241 – 245 |
मानसिक स्वास्थ्य | 246 – 247 |
विद्यालय प्रभावशीलता | 248 – 249 |
समावेशी शिक्षा | 250 – 254 |
विशेष आभार :- दीपक सिंह राजपूत (ललितपुर, उत्तरप्रदेश)
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