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मुहावरे | Muhavare | Idioms in Hindi

मुहावरे Muhavare Idioms in Hindi: हिन्दी व्याकरण की इस पोस्ट में मुहावरे एवं उनसे संबंधित सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई गई है जो सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहद ही उपयोगी एवं महत्वपूर्ण है इन मुहावरों की पीडीएफ़ डाउनलोड करने के लिए नीचे लिंक दिया गया है जिस पर क्लिक करके पीडीएफ़ डाउनलोड कर सकते है

मुहावरे Muhavare Idioms in Hindi

मुहावरा अरबी भाषा का शब्द है जो मुख + आवरा से बना है अर्थात एक ऐसा शब्द जो हमारे मुख में आकार किसी एक विशेष अर्थ में रूढ हो जाता है

लोकोक्ति एवं मुहावरों में अंतर

लोकोक्तिमुहावरे
लोकोक्ति अपने आप में पूर्ण वाक्य होती हैजबकि मुहावरा एक वाक्यांश मात्र है
लोकोक्ति के अंत में किसी क्रिया का आना आवश्यक नहीं हैमुहावरे के अंत में प्रायः किसी न किसी क्रियावाचक शब्द का प्रयोग किया जाता है
लोकोक्ति में व्यंजना शब्द शक्ति प्रयुक्त होती हैजबकि मुहावरे में लक्षणा शब्द शक्ति आती है
  1. अंग छूटा – (कसम खाना) मैं अंग छूकर कहता हूँ साहब, मैने पाजेब नहीं देखी।
  2. अंग-अंग मुसकाना-(बहुत प्रसन्न होना) – आज उसका अंग-अंग मुसकरा रहा था।
  3. अंग-अंग टूटना-(सारे बदन में दर्द होना) – इस ज्वर ने तो मेरा अंग-अंग तोड़कर रख दिया।
  4. अंग-अंग ढीला होना-(बहुत थक जाना) – तुम्हारे साथ कल चलूँगा। आज तो मेरा अंग-अंग ढीला हो रहा है।
  5. अक्ल का दुश्मन-(मूर्ख)- वह तो निरा अक्ल का दुश्मन निकला।
  6. अक्ल चकराना-(कुछ समझ में न आना) – प्रश्न-पत्र देखते ही मेरी अक्ल चकरा गई।
  7. अक्ल के पीछे लठ लिए फिरना (समझाने पर भी न मानना) – तुम तो सदैव अक्ल के पीछे लठ लिए फिरते हो।
  8. अक्ल के घोड़े दौड़ाना-(तरह-तरह के विचार करना) – बड़े-बड़े वैज्ञानिकों ने अक्ल के घोड़े दौड़ाए, तब कहीं वे अणुबम बना सके।
  9. आँख दिखाना-(गुस्से से देखना) – जो हमें आँख दिखाएगा, हम उसकी आँखें फोड़ देगें।
  10. आँखों में गिरना-(सम्मानरहित होना) – कुरसी की होड़ ने जनता सरकार को जनता की आँखों में गिरा दिया।
  11. आँखों में धूल झोंकना-(धोखा देना) – शिवाजी मुगल पहरेदारों की आँखों में धूल झोंककर बंदीगृह से बाहर निकल गए।
  12. आँख चुराना-(छिपना) – आजकल वह मुझसे आँखें चुराता फिरता है। (मुहावरे Muhavare Idioms in Hindi)
  13. आँख मारना-(इशारा करना) – गवाह मेरे भाई का मित्र निकला, उसने उसे आँख मारी, अन्यथा वह मेरे विरुद्ध गवाही दे देता।
  14. आँख तरसना-(देखने के लालायित होना) – तुम्हें देखने के लिए तो मेरी आँखें तरस गई।
  15. आँख फेर लेना-(प्रतिकूल होना) – उसने आजकल मेरी ओर से आँखें फेर ली हैं।
  16. आँख बिछाना-(प्रतीक्षा करना) – लोकनायक जयप्रकाश नारायण जिधर जाते थे उधर ही जनता उनके लिए आँखें बिछाए खड़ी होती थी।
  17. आँखें सेंकना-(सुंदर वस्तु को देखते रहना) – आँख सेंकते रहोगे या कुछ करोगे भी
  18. आँखें चार होना-(प्रेम होना,आमना-सामना होना) – आँखें चार होते ही वह खिड़की पर से हट गई।
  19. आँखों का तारा-(अतिप्रिय) – आशीष अपनी माँ की आँखों का तारा है।
  20. आँख उठाना-(देखने का साहस करना) – अब वह कभी भी मेरे सामने आँख नहीं उठा सकेगा।
  21. आँख खुलना-(होश आना) – जब संबंधियों ने उसकी सारी संपत्ति हड़प ली तब उसकी आँखें खुलीं।
  22. आँख लगना-(नींद आना अथवा व्यार होना) – बड़ी मुश्किल से अब उसकी आँख लगी है। आजकल आँख लगते देर नहीं होती।
  23. आँखों पर परदा पड़ना-(लोभ के कारण सचाई न दीखना) – जो दूसरों को ठगा करते हैं, उनकी आँखों पर परदा पड़ा हुआ है। इसका फल उन्हें अवश्य मिलेगा।
  24. आँखों का काटा-(अप्रिय व्यक्ति) – अपनी कुप्रवृत्तियों के कारण राजन पिताजी की आँखों का काँटा बन गया।
  25. आँखों में समाना-(दिल में बस जाना) – गिरधर मीरा की आँखों में समा गया।
  26. कलेजे पर हाथ रखना-(अपने दिल से पूछना) – अपने कलेजे पर हाथ रखकर कहो कि क्या तुमने पैन नहीं तोड़ा।
  27. कलेजा जलना-(तीव्र असंतोष होना) – उसकी बातें सुनकर मेरा कलेजा जल उठा।
  28. कलेजा ठंडा होना-(संतोष हो जाना) – डाकुओं को पकड़ा हुआ देखकर गाँव वालों का कलेजा ठंढा हो गया।
  29. कलेजा थामना-(जी कड़ा करना) – अपने एकमात्र युवा पुत्र की मृत्यु पर माता-पिता कलेजा थामकर रह गए।
  30. कलेजे पर पत्थर रखना-(दुख में भी धीरज रखना) – उस बेचारे की क्या कहते हों, उसने तो कलेजे पर पत्थर रख लिया है।
  31. कलेजे पर साँप लोटना-(ईर्ष्या से जलना) – श्रीराम के राज्याभिषेक का समाचार सुनकर दासी मंथरा के कलेजे पर साँप लोटने लगा।
  32. कान भरना-(चुगली करना) – अपने साथियों के विरुद्ध अध्यापक के कान भरने वाले विद्यार्थी अच्छे नहीं होते।
  33. कान कतरना-(बहुत चतुर होना) – वह तो अभी से बड़े-बड़ों के कान कतरता है।
  34. कान का कच्चा-(सुनते ही किसी बात पर विश्वास करना) – जो मालिक कान के कच्चे होते हैं वे भले कर्मचारियों पर भी विश्वास नहीं करते।
  35. कान पर जूँ तक न रेंगना-(कुछ असर न होना) – माँ ने गौरव को बहुत समझाया, किन्तु उसके कान पर जूँ तक नहीं रेंगी।
  36. कानोंकान खबर न होना-(बिलकुल पता न चलना) – सोने के ये बिस्कुट ले जाओ, किसी को कानोंकान खबर न हो।
  37. नाक में दम करना-(बहुत तंग करना) – आतंकवादियों ने सरकार की नाक में दम कर रखा है।
  38. नाक रखना-(मान रखना)- सच पूछो तो उसने सच कहकर मेरी नाक रख ली।
  39. नाक रगड़ना-(दीनता दिखाना) – गिरहकट ने सिपाही के सामने खूब नाक रगड़ी, पर उसने उसे छोड़ा नहीं।
  40. नाक पर मक्खी न बैठने देना – (अपने पर आँच न आने देना) – कितनी ही मुसीबतें उठाई, पर उसने नाक पर मक्खी न बैठने दी।
  41. नाक कटना-(प्रतिष्ठा नष्ट होना) – अरे भैया आजकल की औलाद तो खानदान की नाक काटकर रख देती है।
  42. मुँह की खाना-(हार मानना) – पड़ोसी के घर के मामले में दखल देकर हरद्वारी को मुँह की खानी पड़ी।
  43. मुँह में पानी भर आना-(दिल ललचाना) – लड्डुओं का नाम सुनते ही पंडितजी के मुँह में पानी भर आया।
  44. मुँह खून लगना-(रिश्वत लेने की आदत पड़ जाना) – उसके मुँह खून लगा है, बिना लिए वह काम नहीं करेगा।
  45. मुँह छिपाना-(लज्जित होना) – मुँह छिपाने से काम नहीं बनेगा, कुछ करके भी दिखाओ।
  46. मुँह रखना-(मान रखना) – मैं तुम्हारा मुँह रखने के लिए ही प्रमोद के पास गया था, अन्यथा मुझे क्या आवश्यकता थी।
  47. मुँहतोड़ जवाब देना-(कड़ा उत्तर देना) – श्याम मुँहतोड़ जवाब सुनकर फिर कुछ नहीं बोला।
  48. मुँह पर कालिख पोतना-(कलंक लगाना) – बेटा तुम्हारे कुकर्मों ने मेरे मुँह पर कालिख पोत दी है।
  49. मुँह उतरना-(उदास होना) – आज तुम्हारा मुँह क्यों उतरा हुआ है।
  50. मुँह ताकना-(दूसरे पर आश्रित होना) – अब गेहूँ के लिए हमें अमेरिका का मुँह नहीं ताकना पड़ेगा।
  51. मुँह बंद करना-(चुप कर देना) – आजकल रिश्वत ने बड़े-बड़े अफसरों का मुँह बंद कर रखा है।
  52. दाँत पीसना-(बहुत ज्यादा गुस्सा करना)- भला मुझ पर दाँत क्यों पीसते हो? शीशा तो शंकर ने तोड़ा है।
  53. दाँत खट्टे करना-(बुरी तरह हराना) – भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी सैनिकों के दाँत खट्टे कर दिए।
  54. दाँत काटी रोटी-(घनिष्ठता, पक्की मित्रता) – कभी राम और श्याम में दाँत काटी रोटी थी पर आज एक-दूसरे के जानी दुश्मन है।
  55. गरदन झुकाना-(लज्जित होना) – मेरा सामना होते ही उसकी गरदन झुक गई।
  56. गरदन पर सवार होना-(पीछे पड़ना) – मेरी गरदन पर सवार होने से तुम्हारा काम नहीं बनने वाला है।
  57. गरदन पर छुरी फेरना-(अत्याचार करना) – उस बेचारे की गरदन पर छुरी फेरते तुम्हें शरम नहीं आती, भगवान इसके लिए तुम्हें कभी क्षमा नहीं करेंगे।
  58. गला घोंटना-(अत्याचार करना) – जो सरकार गरीबों का गला घोंटती है वह देर तक नहीं टिक सकती।
  59. गला फँसाना-(बंधन में पड़ना) – दूसरों के मामले में गला फँसाने से कुछ हाथ नहीं आएगा।
  60. गले मढ़ना-(जबरदस्ती किसी को कोई काम सौंपना) – इस बुद्धू को मेरे गले मढ़कर लालाजी ने तो मुझे तंग कर डाला है।
  61. गले का हार-(बहुत प्यारा) – तुम तो उसके गले का हार हो, भला वह तुम्हारे काम को क्यों मना करने लगा।
  62. सिर पर भूत सवार होना-(धुन लगाना) – तुम्हारे सिर पर तो हर समय भूत सवार रहता है।
  63. सिर पर मौत खेलना-(मृत्यु समीप होना) – विभीषण ने रावण को संबोधित करते हुए कहा, ‘भैया ! मुझे क्या डरा रहे हो ? तुम्हारे सिर पर तो मौत खेल रही है‘।
  64. सिर पर खून सवार होना-(मरने-मारने को तैयार होना) – अरे, बदमाश की क्या बात करते हो ? उसके सिर पर तो हर समय खून सवार रहता है।
  65. सिर-धड़ की बाजी लगाना-(प्राणों की भी परवाह न करना) – भारतीय वीर देश की रक्षा के लिए सिर-धड़ की बाजी लगा देते हैं।
  66. सिर नीचा करना-(लजा जाना) – मुझे देखते ही उसने सिर नीचा कर लिया।
  67. हाथ खाली होना-(रुपया-पैसा न होना) – जुआ खेलने के कारण राजा नल का हाथ खाली हो गया था। Hindi Muhavare Idioms
  68. हाथ खींचना-(साथ न देना) – मुसीबत के समय नकली मित्र हाथ खींच लेते हैं।
  69. हाथ पे हाथ धरकर बैठना-(निकम्मा होना) – उद्यमी कभी भी हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठते हैं, वे तो कुछ करके ही दिखाते हैं।
  70. हाथों के तोते उड़ना-(दुख से हैरान होना) – भाई के निधन का समाचार पाते ही उसके हाथों के तोते उड़ गए।
  71. हाथोंहाथ – (बहुत जल्दी) – यह काम हाथोंहाथ हो जाना चाहिए।
  72. हाथ मलते रह जाना-(पछताना) – जो बिना सोचे-समझे काम शुरू करते है वे अंत में हाथ मलते रह जाते हैं।
  73. हाथ साफ करना-(चुरा लेना) – ओह ! किसी ने मेरी जेब पर हाथ साफ कर दिया।
  74. हाथ-पाँव मारना-(प्रयास करना) – हाथ-पाँव मारने वाला व्यक्ति अंत में अवश्य सफलता प्राप्त करता है।
  75. हाथ डालना-(शुरू करना) – किसी भी काम में हाथ डालने से पूर्व उसके अच्छे या बुरे फल पर विचार कर लेना चाहिए।
  76. हवा लगना-(असर पड़ना) – आजकल भारतीयों को भी पश्चिम की हवा लग चुकी है।
  77. हवा से बातें करना-(बहुत तेज दौड़ना) – राणा प्रताप ने ज्यों ही लगाम हिलाई, चेतक हवा से बातें करने लगा।
  78. हवाई किले बनाना-(झूठी कल्पनाएँ करना) – हवाई किले ही बनाते रहोगे या कुछ करोगे भी ?
  79. हवा हो जाना-(गायब हो जाना) – देखते-ही – देखते मेरी साइकिल न जाने कहाँ हवा हो गई ?
  80. पानी-पानी होना-(लज्जित होना) – ज्योंही सोहन ने माताजी के पर्स में हाथ डाला कि ऊपर से माताजी आ गई। बस, उन्हें देखते ही वह पानी-पानी हो गया। (मुहावरे Muhavare Idioms in Hindi)
  81. पानी में आग लगाना-(शांति भंग कर देना) – तुमने तो सदा पानी में आग लगाने का ही काम किया है।
  82. पानी फेर देना-(निराश कर देना) – उसने तो मेरी आशाओं पर पानी पेर दिया।
  83. पानी भरना-(तुच्छ लगना)- तुमने तो जीवन – भर पानी ही भरा है।
  84. अँगूठा दिखाना-(देने से साफ इनकार कर देना) – सेठ रामलाल ने धर्मशाला के लिए पाँच हजार रुपए दान देने को कहा था, किन्तु जब मैनेजर उनसे मांगने गया तो उन्होंने अँगूठा दिखा दिया।
  85. अगर-मगर करना-(टालमटोल करना) – अगर-मगर करने से अब काम चलने वाला नहीं है। बंधु !
  86. अंगारे बरसाना-(अत्यंत गुस्से से देखना) – अभिमन्यु वध की सूचना पाते ही अर्जुन के नेत्र अंगारे बरसाने लगे।
  87. आड़े हाथों लेना-(अच्छी तरह काबू करना) – श्रीकृष्ण ने कंस को आड़े हाथों लिया।
  88. आकाश से बातें करना-(बहुत ऊँचा होना) – टी.वी.टावर तो आकाश से बाते करती है।
  89. ईद का चाँद-(बहुत कम दीखना)-मित्र आजकल तो तुम ईद का चाँद हो गए हो, कहाँ रहते हो ?
  90. उँगली पर नचाना-(वश में करना) – आजकल की औरतें अपने पतियों को उँगलियों पर नचाती हैं।
  91. कलई खुलना-(रहस्य प्रकट हो जाना) – उसने तो तुम्हारी कलई खोलकर रख दी।
  92. काम तमाम करना-(मार देना) – रानी लक्ष्मीबाई ने पीछा करने वाले दोनों अंग्रेजों का काम तमाम कर दिया।
  93. कुत्ते की मौत करना-(बुरी तरह से मरना) – राष्ट्रद्रोही सदा कुत्ते की मौत मरते हैं।
  94.  कोल्हू का बैल-(निरंतर काम में लगे रहना) – कोल्हू का बैल बनकर भी लोग आज भरपेट भोजन नहीं पा सकते। ::खाक छानना-(दर-दर भटकना)-खाक छानने से तो अच्छा है एक जगह जमकर काम करो।
  95. गड़े मुरदे उखाड़ना-(पिछली बातों को याद करना) – गड़े मुरदे उखाड़ने से तो अच्छा है कि अब हम चुप हो जाएँ।
  96. गुलछर्रे उड़ाना-(मौज करना) – आजकल तुम तो दूसरे के माल पर गुलछर्रे उड़ा रहे हो।
  97. घास खोदना-(फुजूल समय बिताना) – सारी उम्र तुमने घास ही खोदी है।
  98. चंपत होना-(भाग जाना) – चोर पुलिस को देखते ही चंपत हो गए।
  99. चौकड़ी भरना-(छलाँगे लगाना) – हिरन चौकड़ी भरते हुए कहीं से कहीं जा पहुँचे।
  100. छक्के छुडा़ना-(बुरी तरह पराजित करना) – पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गोरी के छक्के छुड़ा दिए। Hindi Muhavare Idioms
  101. टका-सा जवाब देना-(कोरा उत्तर देना) – आशा थी कि कहीं वह मेरी जीविका का प्रबंध कर देगा, पर उसने तो देखते ही टका-सा जवाब दे दिया।
  102. टोपी उछालना-(अपमानित करना) – मेरी टोपी उछालने से उसे क्या मिलेगा?
  103. तलवे चाटने-(खुशामद करना) – तलवे चाटकर नौकरी करने से तो कहीं डूब मरना अच्छा है।
  104. थाली का बैंगन-(अस्थिर विचार वाला) – जो लोग थाली के बैगन होते हैं, वे किसी के सच्चे मित्र नहीं होते।
  105. दाने-दाने को तरसना-(अत्यंत गरीब होना) – बचपन में मैं दाने-दाने को तरसता फिरा, आज ईश्वर की कृपा है।
  106. दौड़-धूप करना-(कठोर श्रम करना) – आज के युग में दौड़-धूप करने से ही कुछ काम बन पाता है।
  107. धज्जियाँ उड़ाना-(नष्ट-भ्रष्ट करना) – यदि कोई भी राष्ट्र हमारी स्वतंत्रता को हड़पना चाहेगा तो हम उसकी धज्जियाँ उड़ा देंगे।
  108. नमक-मिर्च लगाना-(बढ़ा-चढ़ाकर कहना) – आजकल समाचारपत्र किसी भी बात को इस प्रकार नमक-मिर्च लगाकर लिखते हैं कि जनसाधारण उस पर विश्वास करने लग जाता है।
  109. नौ-दो ग्यारह होना-(भाग जाना) –  बिल्ली को देखते ही चूहे नौ-दो ग्यारह हो गए।
  110. फूँक-फूँककर कदम रखना-(सोच-समझकर कदम बढ़ाना)-जवानी में फूँक-फूँककर कदम रखना चाहिए।
  111. बाल-बाल बचना-(बड़ी कठिनाई से बचना) – गाड़ी की टक्कर होने पर मेरा मित्र बाल-बाल बच गया।
  112. भाड़ झोंकना-(योंही समय बिताना) – दिल्ली में आकर भी तुमने तीस साल तक भाड़ ही झोंका है।
  113. मक्खियाँ मारना-(निकम्मे रहकर समय बिताना) – यह समय मक्खियाँ मारने का नहीं है, घर का कुछ काम-काज ही कर लो।
  114. माथा ठनकना-(संदेह होना)- सिंह के पंजों के निशान रेत पर देखते ही गीदड़ का माथा ठनक गया।
  115. मिट्टी खराब करना-(बुरा हाल करना) – आजकल के नौजवानों ने बूढ़ों की मिट्टी खराब कर रखी है।
  116. रंग उड़ाना – (घबरा जाना)-काले नाग को देखते ही मेरा रंग उड़ गया।
  117. रफूचक्कर होना-(भाग जाना) – पुलिस को देखते ही बदमाश रफूचक्कर हो गए।
  118. लोहे के चने चबाना-(बहुत कठिनाई से सामना करना) – मुगल सम्राट अकबर को राणाप्रताप के साथ टक्कर लेते समय लोहे के चने चबाने पड़े।
  119. विष उगलना-(बुरा-भला कहना) – दुर्योधन को गांडीव धनुष का अपमान करते देख अर्जुन विष उगलने लगा।
  120. श्रीगणेश करना-(शुरू करना) – आज बृहस्पतिवार है, नए वर्ष की पढाई का श्रीगणेश कर लो।
  121. हजामत बनाना-(ठगना) – ये हिप्पी न जाने कितने भारतीयों की हजामत बना चुके हैं।
  122. शैतान के कान कतरना – (बहुत चालाक होना)-तुम तो शैतान के भी कान कतरने वाले हो, बेचारे रामनाथ की तुम्हारे सामने बिसात ही क्या है ?
  123. राई का पहाड़ बनाना – (छोटी-सी बात को बहुत बढ़ा देना) – तनिक-सी बात के लिए तुमने राई का पहाड़ बना दिया।
  124. आँखों का तारा – बहुत प्यारा
  125. आँखें बिछाना – स्वागत करना
  126. आँखों में धूल झोंकना – धोखा देना
  127. चंडूखाने की बातें करना – झूठी बातें होना
  128. चंडाल चौकड़ी – दुष्टों का समूह
  129. छिछा लेदर करना – दुर्दशा करना
  130. टिप्पस लगाना – सिफारिश करना
  131. टेक निभाना – प्रण पूरा करना (मुहावरे Muhavare Idioms in Hindi)
  132. तारे गिनना – नींद न आना
  133. त्रिशंकु होना – अधर में लटकना
  134. मजा चखाना – बदला लेना
  135. मन मसोसना – विवश होना
  136. हाथ पसारना – मांगना
  137. हाथ मलना – पछताना
  138. हालत पतली होना – दयनीय दशा होना
  139. सेमल का फूल होना – थोडें दिनों का असितत्व होना
  140. सब्जबाग दिखाना – झूठी आशा देना
  141. घी के दिए जलाना – प्रसन्न होना
  142. घुटने टेकना – हार मानना
  143. घड़ों पानी पड़ना – लजिज्त होना
  144. चाँद का टुकड़ा होना – बहुत सुंदर होना
  145. चिकना घड़ा होना – बात का असर न होना
  146. चांदी काटना – अधिक लाभ कमाना
  147. चांदी का जूता मारना – रिश्वत देना
  148. छक्के छुड़ाना – परास्त कर देना
  149. छप्पर फाड़कर देना – अनायास लाभ होना
  150. छटी का दूध याद आना – अत्यधिक कठिन होना
  151. छाती पर मूंग दलना – पास रहकर दिल दु:खाना
  152. छूमन्तर होना – गायब हो जाना
  153. छाती पर सांप लोटना – ईर्ष्या करना
  154. जबान को लगाम देना – सोच समझकर बोलना
  155. जान के लाले पड़ना – प्राण संकट में पड़ना
  156. जी खट्टा होना – मन फिर जाना
  157. जमीन पर पैर न रखना – अहंकार होना
  158. जहर उगलना – बुराई करना
  159. जान पर खेलना – प्राणों की बाजी लगाना
  160. टेढ़ी खीर होना – कठिन कार्य
  161. टांग अड़ाना – दखल देना
  162. टें बोल जाना – मर जाना
  163. ठकुर सुहाती कहना – खुशामद करना
  164. डकार जाना – हड़प लेना
  165. ढोल की पोल होना – खोखला होना
  166. तीन तेरह होना – बिखर जाना
  167. तलवार के घाट उतारना – मार डालना
  168. थाली का बैगन होना – सिद्धांतहीन होना
  169. दांत काटी रोटी होना – गहरी दोस्ती
  170. दो -दो हाथ करना – लड़ना
  171. धूप में बाल सफेद होना – अनुभव होना
  172. धाक जमाना – प्रभावित करना
  173. नाकों चने चबाना – बहुत सताना
  174. नाक -भौं सिकोड़ना – अप्रसन्नता व्यक्त करना
  175. पत्थर की लकीर होना – अमिट होना
  176. पेट में दाढ़ी होना – कम उम्र में अधिक जानना
  177. पौ बारह होना – खूब लाभ होना
  178. कालानाग होना – बहुत घातक व्यक्ति
  179. केर -बेर का संग होना – विपरीत मेल
  180. धोंधा वसंत होना – मूर्ख व्यक्ति
  181. घूरे के दिन फिरना – अच्छे दिन आना
  182. आग बबूला होना – अत्यधिक क्रोध करना
  183. आस्तिन का सांप होना – कपटी मित्र
  184. आँखें दिखाना – धमकाना
  185. अंगूठा दिखाना – मना कर देना
  186. अक्ल सठियाना – बुद्धि भ्रष्ट होना
  187. अंगूठे पर रखना – परवाह न करना
  188. अपना उल्लू सीधा करना – अपना काम बना लेना
  189. अपनी खिचड़ी अलग पकाना – सबसे अलग रहना
  190. आसमान टूट पड़ना – अचानक मुसीबत आ जाना
  191. आसमान पर दिमाग होना – अहंकारी होना
  192. ईंट का जवाब पत्थर से देना – करारा जवाब देना
  193. ईद का चाँद होना – बहुत कम दिखाई देना
  194. ईंट से ईंट बजाना – ध्वस्त कर देना
  195. उल्टे छुरे से मूंढ़ना – ठग लेना
  196. उड़ती चिड़िया के पंख गिनना – अत्यन्त चतुर होना
  197. ऊंट के मुंह में जीरा होना – अधिक खुराक वाले को कम देना
  198. एड़ी चोटी का जोर लगाना – बहुत प्रयास करना
  199. ओखली में सिर देना – जान बूझकर मुसीबत मोल लेना
  200. औधी खोपड़ी का होना – बेवकूफ होना
  201. कलेजा ठण्डा होना – शांत होना
  202. कलेजे पर पत्थर रखना – दिल मजबूत करना
  203. कलेजे पर सांप लोटना – अन्तर्दाह होना
  204. कलेजा मुंह को आना – घबरा जाना
  205. काठ का उल्लू होना – मूर्ख होना
  206. कान काटना – चतुर होना
  207. कान खड़े होना – सावधान हो जाना
  208. काम तमाम करना – मार डालना
  209. कुएं में बांस डालना – बहुत खोजबीन करना
  210. कलई खुलना – पोल खुलना
  211. कलेजा फटना – दुःख होना
  212. कीचड़ उछालना – बदनाम करना
  213. खून खौलना – क्रोध आना
  214. खून का प्यासा होना – प्राण लेने को तत्पर होना
  215. खाक छानना – भटकना
  216. खटाई में पड़ना – व्यवधान आ जाना )मुहावरे Muhavare Idioms in Hindi_
  217. गाल बजाना – डींग हांकना
  218. गूलर का फूल होना – दुर्लभ होना
  219. गांठ बांधना – याद रखना
  220. गुड़ गोबर कर देना – काम बिगाड़ देना

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